अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे आ गए हैं. डोनाल्ड ट्रंप ने चुनाव जीत लिया है. 20 जनवरी को वे राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे. अपनी सरकार को प्रभावी बनाने के काम में वे जुट चुके हैं. ट्रंप ने इसी लिहाज से एक बड़ा फैसला लिया है. उन्होंने भारतीय मूल के व्यापारी विवेक रामास्वामी को डिपार्टमेंट ऑफ एफिशियंसी की जिम्मेदारी सौंपी हैं. खास बात है कि इस विभाग में विवेक का साथ देंगे दुनिया के सबसे रईस व्यक्ति एलन मस्क.
डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशियंसी का उद्देश्य सरकारी कामों में सुधार, संघीय एजेंसियों की संरचना में बदलाव औप नौकरशाही में कटौती करना है. ट्रंप की मानें तो यह विभाग सरकारी संसाधनों के दुरुपयोग को रोकने के लिए, अनावश्यक खर्चों को कम करने के लिए और गैर-जरुरी नियमों को रोकने के लिए आवश्यक है. ट्रंप ने इस प्रोजेक्ट को सेव अमेरिका मूवमेंट का महत्वपूर्ण हिस्सा बताया है. उन्होंने कहा कि यह विभाग हमारे वक्त का द मैनहट्टन प्रोजेक्ट बन सकता है.
एलन मस्क और विवेक रामास्वामी की भूमिकाएं
अपने साफ सुथरे विचारों और बिजनेस स्कील के लिए जाने जाने वाले विवेक रामास्वामी सरकारी खर्चों में कटौती और एजेंसियों के पुनर्गठन के लिए काम करेंगे. वहीं, एलन मस्क अपने प्रभावी और इनोवेटिव सोच के लिए जाने जाते हैं. मस्क विभाग में टेक्नोलॉजी और प्रौद्योगिकी आधारित सुधारों पर काम करेंगे. मस्क सरकारी सेवाओं को और पारदर्शी और एडवांस बनाने के लिए काम करेंगे.
क्या बोले मस्क और रामास्वामी
विवेक रामास्वामी ने कहा कि इस अहम जिम्मेदारी को वे हल्के में नहीं लेंगे. इसे गंभीरता से लेंगे. उन्होंने मस्क के साथ मिलकर काम करने और विभाग को प्रभावी बनाने का संकल्प लिया है. इसके अलावा, एलन मस्क ने अपनी नियुक्ति पर खुशी व्यक्त की. उन्होंने अपने विभाग का अमेरिका के सरकारी कार्यों में सुधार के लिए अहम बताया.
क्या है ट्रंप का लक्ष्य
ट्रंप की नई नियुक्ति से स्पष्ट है कि वे अपनी सरकार को कुशल, पारदर्शी और कोस्ट एफिशिएंट प्रशासन में बदलना चाहते हैं. रिपब्लिकन नेताओं ने लंबे समय से विभाग के लक्ष्यों को पाने की कल्पना की है. ट्रंप के नेतृत्व में अब उन सपनों को आकार मिलता दिख रहा है.