315% तक महंगे हुए टमाटर, जानें कब लौटेगा अपने मूल दाम पर

टमाटर की कीमतों में भारी वृद्धि: पिछले 15 दिनों में टमाटर के दामों में 315% तक का उछाल देखा गया है, जिससे आम आदमी की थाली से टमाटर गायब हो गया है।

मानसून का प्रभाव: हर साल मानसून के दौरान टमाटर के दाम बढ़ते हैं, लेकिन इस साल और पिछले साल में खासकर टमाटर की कीमतों में अधिक वृद्धि हुई है।

मंडियों में टमाटर की कमी: बारिश के मौसम में टमाटर की आवक कम हो जाती है क्योंकि यह जल्दी खराब होने वाली सब्जी है। विशेषज्ञों के अनुसार, अगस्त माह से टमाटर की कीमतों में कमी आ सकती है।

फसल की बर्बादी: कर्नाटक में टमाटर की 50% फसल वायरस (टोमेटो लीफ कर्ल) के कारण खराब हो गई है, जिससे टमाटर की सप्लाई में बाधा आई है।

दिल्ली और नोएडा में दाम: दिल्ली की आजादपुर मंडी में टमाटर के दाम 100 से 120 रुपए प्रति किग्रा तक पहुंच गए हैं, जबकि नोएडा की फुटकर मार्केट में 150 रुपए प्रति किग्रा तक बिक रहे हैं।

सप्लाई में बाधा: मुख्य उत्पादन क्षेत्रों से टमाटर की सप्लाई बाधित हुई है, जिसका सबसे बड़ा कारण कर्नाटक में मार्च-अप्रैल के दौरान हुई भारी बारिश, ओलावृष्टि और फसल में आई बीमारी है।

कांवड़ यात्रा का असर: कांवड़ यात्रा शुरू होने के कारण ट्रक नहीं आ पा रहे हैं, जिससे टमाटर की सप्लाई और भी कम हो गई है।

भविष्य की उम्मीद: विशेषज्ञों का कहना है कि कुछ ही दिनों में मंडियों में टमाटर के दाम कम हो सकते हैं, जिससे आम आदमी को थोड़ी राहत मिल सकेगी।