दिल्ली : एसएसए शिक्षकों ने सीएम केजरीवाल के आवास के बाहर देर रात तक किया विरोध प्रदर्शन
दिल्ली : एसएसए शिक्षकों ने सीएम केजरीवाल के आवास के बाहर देर रात तक किया विरोध प्रदर्शन
मुंबई:
दिल्ली के सिविल लाइन स्थित मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर धरने पर बैठी महिला शिक्षकों ने कहा, आज हम महिला शिक्षक होते हुए भी खुले आसमान के नीचे अनशन पर बैठे हुए हैं और केजरीवाल और यहां की शिक्षा मंत्री 500 मीटर की दूरी पर आराम से अपने कमरों में और महलों में सो रहे हैं। हमें सैलरी नहीं मिली है, बीते दो साल से हम दिक्कतों का सामना करके जीवन यापन कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, दिल्ली के मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री बिना सैलरी के अपना घर चलाकर दिखाएं। हम लोग मरने पर मजबूर हो गए हैं, किराए के मकान में रहते हैं, किराया भी नहीं दे पा रहे हैं। हमारे पास किराए देने की अब हैसियत नहीं रही है। हमारा कोर्ट का ऑर्डर भी आया था कि टीजीटी को पीआरटी में कन्वर्ट नहीं कर सकते। लेकिन हाईकोर्ट के आदेश को ना मानते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने नियमों को नजरंदाज किया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री इतनी डिक्टेटरशिप में आ गए हैं कि उन्होंने हमें टीजीटी से प्राइमरी टीचर बनाकर एमसीडी में ट्रांसफर कर दिया है, सिर्फ यह दिखाने के लिए कि दिल्ली नगर निगम में टीचरों की कोई कमी नहीं है और सब कुछ सुचारु रूप से चल रहा है, जबकि असलियत इन सब के उलट है।
शिक्षिकाओं ने कहा, एक तरफ दिल्ली सरकार महिला सशक्तिकरण की बात करती है और आज महिला टीचर आधी रात को सड़क पर अपने हक की जायज मांगों को लेकर खुले आसमान की छत के नीचे धरना देने पर मजबूर हैं। लेकिन हैरानी की बात यह है कि पास में ही दिल्ली के मुख्यमंत्री और मंत्री भी रहते हैं, अधिकारी भी रहते हैं, लेकिन कोई अभी तक हमें यहां देखने के लिए नहीं आया है। हम लोग कोई गलत मांग नहीं कर रहे हैं। हमारी मांग जायज है, ना तो दिल्ली सरकार का कोई बड़ा अधिकारी यहां पर आया और ना ही कोई मंत्री यहां पर हमसे बातचीत के लिए आया है। इतनी रात को हम लोग यहां पर खुले आसमान की छत के नीचे बैठे हुए हैं।
उन्होंने कहा, हम अपना घर छोड़कर सड़क पर बैठी हुई हैं, तो आप अंदाजा लगा सकते हैं कि हम कितने मजबूर हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री से हमारी हाथ जोड़कर विनती है कि कृपया अपने दिमाग को सुचारु रूप से चलाएं। हमारी मांगों को सुनें और चुनावी माहौल से हटकर हम लोगों के बारे में सोचें। दिल्ली सरकार को शिक्षा पर भी थोड़ा बहुत ध्यान देना चाहिए और हमारी बातों पर सुनवाई करें। हम यही चाहते हैं दिल्ली सरकार सिर्फ दिखावे का महिला सशक्तिकरण की बात ना करे। ईमानदारी के साथ काम करे और हमारे साथ जो अन्याय हो रहा है, उसे रोके।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
-
Anant Radhika Sangeet: आलिया-रणबीर से धोनी-साक्षी तक, अनंत-राधिका की संगीत सेरेमनी में पहुंचे ये स्टार्स
-
Sonakshi Sinha Pregnancy: हॉस्पिटल नहीं जा सकती...शादी के बाद प्रेग्नेंसी को लेकर सोनाक्षी सिन्हा का बड़ा बयान
-
Anant Radhika Sangeet: संगीत सेरेमनी में सज-धजकर पहुंचे अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट, हाथों में हाथ डाले आए नजर
धर्म-कर्म
-
Lord Shiva: करना है शिव जी को प्रसन्न? तो वार के हिसाब से शिवलिंग पर चढ़ाएं ये चीजें
-
Badrinath Dham: बद्रीनाथ धाम के नए मुख्य पुजारी की हुई घोषणा, जानें बद्री विशाल के नए पुजारी बनने की क्या है प्रक्रिया
-
Shukra Gochar 2024: 7 जुलाई से इन राशियों के शुरू होंगे बुरे दिन,रहना होगा अलर्ट
-
Shukraditya Rajyoga: 1 साल बाद फिर बनने वाला है शुक्रादित्य राजयोग, इन 3 राशियों को मिलेगी जबरदस्त तरक्की