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Budh Pradosh 2024: आज बुध प्रदोष के दिन सूर्यास्त के बाद करें ये उपाय, जीवन का हर दुख होगा दूर

Budh Pradosh Puja Shubh Muhurat: बुध प्रदोष के दिन अगर आप बुध की स्थिति को मजबूत करने के लिए उपाय करते हैं तो आपके जीवन के सारे दुख दूर हो जाते हैं. आज प्रदोष काल का समय कब से कब तक है और आपको क्या उपाय करने हैं जानिए.

Updated on: 03 Jul 2024, 11:49 AM

नई दिल्ली:

Budh Pradosh 2024: बुध प्रदोष व्रत एक हिंदू धार्मिक व्रत है जो बुधवार को किया जाता है. जब बुधवार और प्रदोषकाल का संयोग होता है तो उसे बुध प्रदोष कहा जाता है. इस व्रत का महत्व वैदिक परंपरा में बताया गया है. यह व्रत भगवान शिव को समर्पित होता है और इसे करने से मान्यता मानी जाती है कि व्रती को भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है. 3 जुलाई 2024 को आषाढ़ माह का बुध प्रदोष व्रत रखा जा रहा है. भगवान शिव को समर्पित ये दिन अत्यंत शुभ माना जाता है. मान्यता है कि इस दिन सूर्यास्त के बाद अगर आप कुछ उपाय करते हैं तो आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. पापों का नाश होता है, ग्रहों के दोष दूर होते हैं और वैवाहिक जीवन में सुख-समृद्धि प्राप्त होती है. 

प्रदोष काल का शुभ मुहूर्त

प्रदोष पूजा मुहूर्त - 07:23 पी एम से 09:24 पी एम का है. अवधि 02 घण्टे 01 मिनट की मिलेगी जिस बीच आपको पूजा और ये विशेष उपाय करने हैं. 

शाम को प्रदोष काल में (सूर्यास्त के समय) पुनः भगवान शिव की पूजा करें. आरती करें और भोग लगाएं. जिन लोगों ने व्रत रखा है वो पूजा के बाद रात में व्रत का पारण करें. बुध प्रदोष व्रत के कुछ खास नियम हैं जिनका हिंदू धर्म के लोगों को खास कर जिन्होंने व्रत रखा है उन्हें पालन करना चाहिए. इस व्रत में लहसुन, प्याज, मांस, मसूर और अन्न का सेवन नहीं करना चाहिए. नमक का सेवन भी सीमित मात्रा में करना चाहिए. दिनभर सकारात्मक विचार रखें और बुराई से दूर रहें और दान-पुण्य करें.

सूर्यास्त के बाद करें ये उपाय 

बुध ग्रह के मंत्रों का जाप करें. बुध प्रदोष के दिन रात्रि के समय बुध ग्रह के मंत्र का जाप करना फलदायक माना जाता है. बुध का मंत्र है: "ॐ बुं बुधाय नमः." इस मंत्र को जाप करते समय बुध ग्रह की शुभता में वृद्धि होती है.

व्रती बुध प्रदोष व्रत को रात्रि के समय सम्पूर्ण भक्ति भाव से करते हैं. इसमें भगवान शिव की पूजा की जाती है और उन्हें बिल्व पत्र, धूप, दीप, नैवेद्य, और मंत्रों का जाप किया जाता है. विधि विधान से पूजा के बाद आप जो भी मनोकामना रखते हैं वो जरूर पूरी होती है. 

बुध प्रदोष के दिन बुध ग्रह के उपाय करने से उसके अशुभ प्रभाव को कम किया जा सकता है. बुध ग्रह के स्तोत्र का पाठ करें, बुध ग्रह के रत्न, पन्ना को पहनना या उसका धारण करना भी शुभ माना जाता है. बुध के प्रति दान करना, जैसे घी, तिल, या ग्रीन कपड़ा करने वाले जातक की हर मनोकामना पूर्ण होती है और कुंडली में बुध  ग्रह की स्थिति भी मजबूत होती है. 

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)