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लोकसभा चुनाव

बिहार की सियासत में कब एंट्री मारेंगे PK? लालू-नीतीश की उड़ सकती है नींद

बीते 18 महीनों से पदयात्रा कर रहे जन सुराज के सूत्रधार और राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बुधवार को बिहार की जनता की आवाज बुलंद की. उन्होंने कहा कि बिहार में 50 प्रतिशत से ज्यादा लोग एक नए राजनीतिक दल की आकांक्षा रखते हैं.

Updated on: 12 Jun 2024, 03:24 PM

highlights

  • बिहार की सियासत में कब एंट्री मारेंगे PK? 
  • लालू-नीतीश की उड़ सकती है नींद
  • बिहार की जनता के लिए किया नया संकल्प

Patna:

Prashant Kishor: बीते 18 महीनों से पदयात्रा कर रहे जन सुराज के सूत्रधार और राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बुधवार को बिहार की जनता की आवाज बुलंद की. उन्होंने कहा कि बिहार में 50 प्रतिशत से ज्यादा लोग एक नए राजनीतिक दल की आकांक्षा रखते हैं. उनका मानना है कि बिहार में सुधार की दिशा में एक नया विकल्प आवश्यक है, क्योंकि पिछले 30 सालों से राज्य लालू, नीतीश और बीजेपी की सरकारों से त्रस्त है. जनता देख रही है कि उनके जीवन में कोई उल्लेखनीय सुधार नहीं हुआ है, लेकिन उन्हें यह नहीं पता कि किसे वोट देना चाहिए। प्रशांत किशोर ने यह भी घोषणा की कि 2 अक्टूबर 2024 को जन सुराज पार्टी का गठन होगा.

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जनता की ताकत का एकीकरण

प्रशांत किशोर ने कहा कि आम आदमी अकेले पार्टी नहीं बना सकता, इसलिए जन सुराज का अभियान लोगों की सामूहिक ताकत को एकजुट करने के लिए है. उन्होंने बताया कि पहले वह पार्टियों और नेताओं को सलाह देते थे कि कैसे वे अपनी पार्टी को संगठित करें और चुनाव में जीत हासिल करें लेकिन अब वह बिहार के लोगों के लिए वही काम कर रहे हैं, जिससे वे एक साथ आकर एक नया दल बना सकें. प्रशांत किशोर का उद्देश्य है कि जनता अपनी सामूहिक शक्ति का इस्तेमाल करके एक मजबूत विकल्प खड़ा करे.

बिहार की जनता के लिए नया संकल्प

वहीं प्रशांत किशोर ने जोर देकर कहा कि अब वह चाहते हैं कि उनकी सलाह से बिहार की जनता जीते और उनका जीवन सुधरे. उन्होंने कहा, ''जैसे आप दही को मथकर मक्खन निकालते हैं, वैसे ही समाज को मथकर, बिहार को मथकर ऐसे लोगों को निकालेंगे, जिन्हें आपके आशीर्वाद और वोट से जिताकर लाएंगे और जनता का राज बनाएंगे.'' उन्होंने वादा किया कि दो साल के अंदर जनता का राज स्थापित होगा.

रोजगार और विकास के लक्ष्य

इसके साथ ही आपको बता दें कि प्रशांत किशोर ने यह भी कहा कि उनका पहला संकल्प है कि नाली-गली बने चाहे ना बने, स्कूल और अस्पताल जब सुधरेगा तब सुधरेगा, लेकिन एक साल के भीतर घर से बाहर कमाने गए लोगों और बेरोजगार युवाओं को रोजगार का अवसर मिलेगा. उन्होंने कहा, ''कम से कम 10 से 15 हजार रुपये का रोजी-रोजगार बिहार में उपलब्ध कराया जाएगा.''